प्रधानमंत्री आवास योजना | PMAY Scheme
लोगों के पास अपना घर हो, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की गई है। “हाउसिंग फॉर ऑल स्कीम” के तहत 2022 तक भारत में दो करोड़ से ज्यादा छोटे-बड़े आवासों का निर्माण कराने की योजना है, जिसपर तेजी से काम चल रहा है। पहले फेज का काम अंतिम चरण में है। आवासों का आवंटन कराया जा रहा है। दूसरे फेज का भी काम शुरू हो गया है। इस आर्टिकल में योजना के लिए पात्रता, ऑनलाइन आवेदन करने का तरीका, सरकार की तरफ से मिलने वाली राशि आदि के बारे में बताया जा रहा है। खबर पर अंत तक बने रहें।

योजना के लिए पात्रता | Eligibility for PMAY
- प्रधानमंत्री आवास योजना का फायदा सिर्फ उन लोगों को मिलेगा, जिनके पास अपना घर नहीं है।
- शहरी इलाकों में रहने वाले गरीबों के लिए एमआईजी, एलआईजी और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के मकान बनाए जाएंगे।
- उन्हें स्वयं प्रमाणपत्र या हलफनामा लोन एप्लीकेशन के साथ जमा करना होगा। ऐसा इसलिए है ताकि अलग-अलग वर्ग के लोगों की पहचान की जा सके।
- सालाना आय तीन लाख से कम वालों के लिए वीकर और सालाना आय तीन से छह लाख के बीच वालों के लिए एलआईजी सेक्शन के मकान बनाए जा रहे हैं।
- जिनकी सालाना आय छह लाख रुपये से ज्यादा है, उनके लिए एमआईजी श्रेणी के मकानों का निर्माण कराया जा रहा है।
160 स्क्वायर मीटर में बनेंगे | PMAY Houses Dimensions
- एमआईजी श्रेणी के मकानों का निर्माण 160 स्क्वायर मीटर में कराया जा रहा है। पहले 120 स्क्वायर मीटर में कराया जाता था।
- लोगों को 9 लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा। इसमें चार फीसदी सब्सिडी शामिल है। लोन अदा करने की समय सीमा 20 साल है।
- ईडब्लयूएस यानी वीकर सेक्शन के मकान का कारपेट एरिया 30 स्क्वायर मीटर और एलआईजी श्रेणी के मकानों का कारपेट एरिया 60 स्क्वायर मीटर है।
- लाभार्थियों को 6 लाख रुपये का लोन भी दिया जाएगा। लोन अदा करने की समय सीमा 20 साल तय की गई है।
ग्रामीणों के लिए यह सुविधा
- इंदिरा आवास योजना के तहत पहले 20 स्क्वायर मीटर में एक घर का निर्माण कराया जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको बढ़ाकर 25 स्क्वायर मीटर कर दिया है।
- मैदानी क्षेत्रों में बनने वाले घरों के लिए 70,000 रुपये तय किए गए थे, जिसे बढ़ाकर एक लाख 20 हजार कर दिया गया है।
- पहाड़ी क्षेत्रों में बनने वाले घरों के लिए पहले 75 हजार रुपये दिए जाते थे, जिसे बढ़ाकर अब एक लाख 30 हजार कर दिया गया।
- मकानों के निर्माण में जो भी राशि खर्च होगी, वह केंद्र और प्रदेश सरकारें मिलकर सहन करेंगी। गाइडलाइंस जारी किया गया है।
बैंकों में भेजी जाएगी राशि | Transfer of Amount
- शौचालय के लिए 12 हजार रुपये की राशि निर्धारित की गई है। इसका भुगतान स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की ओर से किया जाएगा
- लाभार्थियों की पहचान आर्थिक आधार पर की जाएगी। लाभार्थी 70 हजार रुपये तक का लोन हासिल कर सकते हैं।
- राशि सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। लाभार्थियों के पास बैंक अकाउंट होना जरूरी है। खातों को आधार से लिंक कराना होगा।
चयनित लाभार्थी | Check Pradhan Mantri Awas Yojana List
बीपीएल और एपीएल, दोनों कार्ड धारक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और अल्पसंख्यकों को इसमें दरजीह दी जाएगी। वे परिवार, जिनकी मुखिया महिला है, और घर के सदस्य शिक्षित नहीं हैं, उन्हें भी तरजीह मिलेगी। जिस घर में दिव्यांग की मौजूदगी है, उन्हें भी तरजीही श्रेणी में रखा जाएगा। बेघर मजदूर, किसी भी तरह की जमीन के मालिकाना हक से वंचित लोगों का ध्यान भी रखा जाएगा।
तीन किस्तों में मिलेंगे पैसे
लाभार्थियों को तीन किस्तों में मकान की राशि अदा की जाएगी। लेटर जारी होने के सात दिन के बाद पहली किस्त की रकम बैंक अकाउंट में भेजी जाएगी। इसकी जानकारी लाभार्थी के मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए दी जाएगी। चीजों को सात क्षेत्रों में बांटा गया है।
सात स्टेज है | Stages in PMAY
- घर के लिए मंजूरी मिलना
- आधार यानी फाउंडेशन बनाना
- बुनियाद रखना
- खिड़की-दरवाजे बनना
- छत पड़ना
- रूफकास्ट तैयार होना
- पूरा घर बनकर तैयार होना।
How To Apply for PMAY Scheme
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोग सरकार की ऑफीशियल वेबसाइट pmaymis.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं।
- होम पेज पर आने के बाद सिटीजन असेसमेंट के ऑप्शन पर क्लिक करें। अगले पेज पर जाने के बाद अपना आधार नंबर डालना होगा।
- प्रक्रिया पूरी होने के बाद एप्लीकेशन फार्म खुल जाएगा। फार्म पर नाम, पता, व्यवसाय सहित सभी जरूरी जानकारी दर्ज करें।
- दस्तावेजों को अपलोड करें। अपलोड करने के बाद उन्हें फार्म के साथ अटैच करें। इसके बाद सब्मिट ऑप्शन पर क्लिक करें।
- आवेदन पूरा हो जाएगा। इसे सेव भी कर लीजिए। आवेदक अपना नाम वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज | Required Documents
- आधार कार्ड
- आय प्रमाणपत्र
- बीपीएल-एपीएल कार्ड
- निवास प्रमाणपत्र
- वोटर आईडी कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
कब शुरू हुई थी योजना
प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत 2015 में हुई थी। इसको शहरी और ग्रामीण, दो क्षेत्रों में बांटा गया है। मकानों का निर्माण दो चरणों में पूरा किया जाएगा। दोनों फेज 2022 तक पूरे हो जाएंगे। केंद्र सरकार का दावा है कि दोनों चरण का कार्य पूरा होने के बाद भारत में ज्यादातर लोगों के पास अपना घर होगा। शहरी क्षेत्रों में मौजूद झुग्गी-झोपड़ी वालों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा।
दो करोड़ मकान बनाने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भारत में दो करोड़ मकान बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पहले फेज का काम 2017 में शुरू हो चुका है, जो लगभग अंतिम चरण में है। आवासों का आवांटन कराया जा रहा है। लोग घर पाकर खुश हैं। 2022 तक दोनों चरण का काम पूरा कर लिया जाएगा। 2021 तक दूसरे चरण के तहत बनाए जा रहे मकानों का आवंटन शुरू हो जाएगा।