चीन से निकलकर लगभ पूरी दुनिया को अपनी जद में ले चुका कोरोना वायरस अब महामारी का रूप ले चुका है। इसकी वजह से दस हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हैं। हजारों लोग अभी भी अपनी जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं। उनकी हालत नाजुक है। चीन, इटली, ईरान, अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों में लॉकडाउन की स्थिति यानी एक तरह की इमरजेंसी घोषित है। भारत में भी इसका गहरा असर हुआ है। लोग घरों में कैद हो गए हैं। कोरोना वायरस यानी कोविड-19/Covid-19 क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचने के लिए क्या-क्या किए जा सकते हैं? इस आर्टिकल में इससे जुड़े हर पहलु को साझा किया जा रहा है। आर्टिकल पर अंत तक बने रहें।

चीन के वुहान से फैला वायरस
कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन से हुई है। यह वायरस दिसंबर में चीन के वुहान से फैला है। इसके बाद इटली, ईरान, अमेरिका, ईराक, कुवैत, इंग्लैंड, स्पेन, जर्मनी, सऊदी अरब, भारत, पाकिस्तान सहित दुनिया के दो तिहाई हिस्से को अपनी जद में ले लिया। माना जाता है कि यह बीमारी जीव के अंदर से निकली है। “चमगादड़” से निकलकर यह वायरस दूसरे पक्षियों और जानवरों में फैला और इसके बाद चीन के लोग इसकी जद में आ गए।
क्या है कोरोना
इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया। यह इंसानों के सिर के एक बाल से करीब 900 गुना छोटा और पतला है। इसका संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसकी जिद में आने के बाद लोग संक्रमित हो जाते हैं। इसका असर बीमार और वृद्ध लोगों पर तेजी से होता है। चिंता की बात यह है कि वायरस के बॉडी में इंटर करने के करीब एक हफ्ते के बाद इसके लक्षण सामने आते हैं, जिसकी वजह से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जा रही है।
कोराना वायरस के लक्षण
- कोरोना वायरस के लक्षण आमतौर पर फ्लू से मिलते हैं। संक्रमित होने के बाद लोग बुखार से पीड़ित हो जाते हैं।
- खांसी, जुकाम सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं बढ़ जाती है। नाक बहना, गले में खराश की दिक्कत भी बढ़ जाती है।
- मांसपेशियों में दर्द और खिचाव शुरू हो जाता है। शरीर का तापमान बढ़ जाता है।
- यह वायरस शरीर में दो हफ्ते तक रह सकता है। सामान्य तौर पर वायरस एक हफ्ते तक रहता है और सातवें दिन मरीजों को राहत मिल जाती है।
- दूसरे चरण के मरीजों को कोरोना वायरस दो हफ्ते तक परेशान करता है। गंभीर मरीजों की इस दौरान मौत तक हो सकती है।
- यह वायरस एक आदमी से दूसरे आदमी तक तेजी से पहुंच रहा है। अस्थमा, शुगर और दिल के मरीजों के लिए यह ज्यादा घातक हो सकता है।
- दूसरे चरण के मरीजों को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा जाता है। उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया जाता है।
टीका या दवा नहीं है
डब्ल्यूएचओ ने भी इस तरह के लक्षण की तरफ इशारा किया है। इससे भी ज्यादा चिंता वाली बात यह है कि वायरस के रोक-थाम के लिए फिलहाल किसी तरह के टीका का निर्माण नहीं किया जा सका है। इसकी कोई दवा नहीं है। बचाव और एहतियात ही इसका मुख्य इलाज है। वैज्ञानिकों के मुताबिक अगर सातवें दिन बुखार खत्म हो गया है और मरीज खुद को बेहतर महसूस कर रहे हैं तो यह उनके लिए राहत की बात है। इस तरह के मरीज सामान्य हालत में लौट सकते हैं।
क्या है बचाव
- दोनों हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोना चाहिए। अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
- मास्क पहनकर ही घर से निकलें। घर में भी खांसते और छींकते समय मुंह पर रुमाल रख लेना चाहिए। टिश्यू पेपर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
- जो लोग पहले से ही बुखार, खांसी, जुकाम से पीड़ित हैं, उनसे दूरी बनाकर रखें। एक मीटर की दूरी बनाकर लोगों से बातचीत करें।
- भीड़ में शामिल न हों। ग्रुप बनाकर न बैठें। सामूहिक कार्यक्रमों से दूर रहने की कोशिश करें। मजबूरी में ही शिरकत करें।
दोबारा संक्रमित होने की संभावना कम है
वैज्ञानिक फिलहाल पूरी तरह से कोरोना वायरस पर रिसर्च नहीं कर पाए हैं, लेकिन वायरस के नेचर को देखते हुए यह माना जा रहा है कि जो लोग इससे पीड़ित हो चुके हैं, उनपर दोबारा इसका खतरा नहीं रहता है। वायरस की वजह से बॉडी के अंदर प्रतिरोधी क्षमता बढ़ जाती है, जिसकी वजह से दोबारा पीड़ित होने की संभावना कम है। हालांकि अभी इसको लेकर किसी तरह का दावा नहीं किया जा रहा है।
180 देशों में पहुंचा
कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। यह अब तक 180 देशों को अपनी जद में ले चुका है। थाईलैंड, जापान, सिंगापुर, साउथ और नार्थ कोरिया, अमेरिका, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, आस्ट्रेलिया, मलेशिया, इंडोनेशिया, कनाड़ा, मैक्सिको आदि देशों में फैल चुका है।
ईरान, चीन, इटली में तबाही
कोरोना वायरस यानी कोविड-19 का सबसे भयावह रूप में चीन, इटली और ईरान में देखने को मिल रहा है। इटली में 2100, ईरान में 900, चीन में 3200, अमेरिका में 175, साउथ कोरिया में 81 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस से पीड़ित देशों में चीन सबसे ऊपर है। चीन में 80 हजार से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों की स्थिाति गंभीर है। जबकि इटली में 28 हजार से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं।
भारत में भी बढ़ रही संख्या
कोरोना वायर भारत में भी तेजी से फैल रहा है। अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 190 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। इसमें 30 से ज्यादा विदेशी नागरिक हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में एडमिट कराया गया है। केरल में सबसे ज्यादा 26 लोग कोरोना वायरस के शिकार हुए हैं। कुछ लोग भी ठीक भी हो चुके हैं। भारत में इसके लिए एलर्ट घोषित किया गया है।
देश में एलर्ट
कोरोना वायरस को लेकर देश में एलर्ट घोषित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च, 2020 को लोगों से बिना जायज वजह के घरों से न निकलने की अपील की है। बाजार, दुकानें बंद रहेंगी। इमरजेंसी सेवा ही चालू रहेगी। कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार की तरफ एडवाइजरी भी जारी की गई है, जिसमें इससे बचने और एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
उड़ानें और ट्रेनें रद
कोरोना वायरस की वजह से ज्यादातर उड़ानों को रद कर दिया गया है। लंबी दूरी की ट्रेनों को भी रद किया जा रहा है। 22 मार्च को बसों और लोकल ट्रांसपोर्ट भी पूरी तरह बंद रहेंगे। सरकार का मानना है कि फिलहाल भारत में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या कम है, लेकिन अगर यह बढ़ी तो स्थिति को संभालना मुश्किल हो जाएगा। लिहाजा लोगों को चाहिए की वे पूरी सावधानी बरतें।
सार्स वायरस ने भी बरपाया था कहर
कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर चीन के लोगों पर पड़ा है। यहां अब तक तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 18 साल पहले सार्स वायरस भी इस तरह का कहर बरपा चुका है। 2002-03 में सार्स की वजह से पूरी दुनिया में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, जिसकी वजह से कई देशों में एलर्ट घोषित कर दिया गया था।